सही प्रश्न है - कहीं यह लेट-लतीफी जान बूझा कर तो नहीं | हर जगह शिक्षा के क्षेत्र में ,कम्युनिस्ट , साम्यवादी खेमे व शिक्षा माफिया अपने खूंटे गाडे हुए हैं , जिनका उद्देश्य हिन्दी, हिन्दुस्तानी तंत्र को बदनाम करना होता है| यूं पी बोर्ड को भी कहीं बदनाम करने का यह षडयंत्र तो नहीं ???------------दे.हि समाचार -०२-१०-०९ ---------------->
