| ....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ. | ||||
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| श्रीमती कमला श्रीवास्तव सरस्वती वन्दना करते हुए |
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| स्वागताध्यक्ष श्री आचार्य मुनीश त्यागी गाज़ियाबाद का स्वागत भाषण |
| नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री अजय खरे का अध्यक्षीय अभि-भाषण व मंच पर डा रंग नाथ मिश्र 'सत्य'व अन्य विद्वान् |
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| संयोजक श्री पार्थोसेन द्वारा एक रिपोर्ट व प्रेस विज्ञप्ति |

