प्रतिवर्ष
साहित्यकार दिवस के रूप में
मनाया जाने वाला अगीत विधा के प्रणेता डा रंगनाथ मिश्र सत्य का जन्म-दिवस
०१ मार्च, २०१३ को गांधी भवन , लखनऊ में अखिल भारतीय अगीत परिषद्,डा रसाल
स्मृति शोध संस्थान एवं श्रृद्धास्मृति समारोह के तत्वावधान में आयोजित
किया गया|
इस अवसर पर
डा श्याम गुप्त की दो कृतियां स्त्री-पुरुष विमर्श पर
इन्द्रधनुष उपन्यास एवं अगीत विधा पर प्रथम शास्त्रीय छंद-विधान " अगीत
साहित्य दर्पण " एवं श्री पार्थोसेन की पुस्तक 'अगीत माला ' का लोकार्पण एवं
विविधि विद्वानों द्वारा विवेचन भी किया गया | लोकार्पण महाकवि विनोदचंद्र
पांडे 'विनोद' , लखनऊ वि वि हिन्दी-विभाग की पूर्व अध्यक्षा विदुषी डा उषा
सिन्हा, पूर्व डी जी पी श्री महेश चन्द्र द्विवेदी ,पूर्व न्यायाधीश व
साहित्यकार श्री रामचंद्र शुक्ल, पूर्व डीजीपी गदाधन नारायण सिन्हा व पूर्व
विधायक सुरेश चन्द्र एवं योजना आयोग के पूर्व सदस्य साहित्यकार डा सुलतान शाकिर हाशमी द्वारा किया गया |
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अगीत त साहित्य दर्पण का लोकार्पण --श्रीमती उषा सिन्हा,श्री गदाधर नारायण सिंह, श्री विनोद चन्द्र पांडे'विनोद',डा रंगनाथ मिश्र, श्री रामचंद्र शुक्ल, डा सुलतान शाकिर हाशमी , डा श्याम गुप्त , पार्थोसेन व डा योगेश गुप्त |
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इन्द्रधनुष उपन्यास का लोकार्पण |
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अगीत माला का लोकार्पण |
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डा श्याम गुप्त इन्द्रधनुष व अगीत साहित्य दर्पण की विवेचना करते हुए |
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श्रीमती सुषमा गुप्तापुस्तकों की विवेचना करते हुए |
समारोह के अध्यक्ष श्री विनोद चन्द्र पांडे थी एवं संचालन डा रंगनाथ मिश्र सत्य ने किया | समारोह में
कवियों, विद्वानों को सम्मानित भी किया गया |'
अगीत युवा कवि सम्मान २०१३' युवा कवि देवेश द्विवेदी'देवेश' को,
डा रसाल स्मृति सम्मान ..लखीमपुर की दीपा शुक्ल को, "
उमेश चन्द्र शुक्ल स्मृति सम्मान'..डा अमिता दुबे को , '
श्री जगत नारायण पांडे स्मृति सम्मान ..पार्थो सेन एवं '
श्रद्धा सुर स्मृति सम्मान -२०१२ ...डा विनोद चन्द्र पांडे .. व २०१३ डा रंगनाथ मिश्र सत्य को दिया गया | अंत में
राष्ट्रीय एकता कवि सम्मलेन का आयोजन हुआ |
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उपस्थित कविगण, विद्वतजन व श्रोता गण |
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वरिष्ठ कवी श्री शारदा प्रसाद जी का काव्य-पाठ |
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उपस्थित कविगण |