----दिनांक -१८-१-२०१० कों मैथमेटिकल स्टडी सिर्किल , राजाजी पुरम , लखनऊ में अखिल भारतीय अगीत परिषद् एवं सृजन साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में प्रति वर्ष की भांति ' अगीतोत्सव २०१०' मनाया गया । यह उत्सव प्रति वर्ष प्रसिद्द साहित्यकार , पूर्व न्यायाधीश श्री राम चन्द्र शुक्ल के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। उत्सव में मुख्य अतिथि श्री राम चन्द्र शुक्ला व साहित्यकार डा श्याम गुप्त कों युवा कवियों व साहित्यकारों की संस्था 'सृजन' द्वारा सम्मानित भी किया गया । इस अवसर पर जनपद रायबरेली के वयोवृद्ध वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुरेन्द्र कुमार वर्मा की कृतियां ' बाल -वाटिका' तथा 'काव्य मंजूषा' एवं डा श्याम गुप्त के राम कथा पर आधारित अगीतविधा काव्य -उपन्यास ( खंड काव्य) "शूर्पणखा " का लोकार्पण भी सम्पन्न हुआ ।
समारोह के दूसरे चरण में " काव्य के बढ़ते चरण और अगीत " विषय पर परिचर्चा हुई , जिसका विषय प्रवर्तन डा श्याम गुप्त द्वारा किया गया । तत्पश्चात काव्य गोष्ठी भी सम्पन्न हुई। संचालन अगीत के प्रवर्तक डा रंगनाथ मिश्र सत्य ने एवं सृजन संस्था के अध्यक्ष डा योगेश गुप्ता ने किया, अंत में श्री धुरेन्द्र स्वरुप बिसारिया द्वारा धन्यवाद दिया गया। ----नीचे वीडियो में श्रीमती सुषमा गुप्ता जी 'शूर्पणखा ' की समीक्षा करती हुईं ।