....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ...
वरिष्ठ साहित्यकार विनोद चंद्र पाण्डेय'विनोद' को श्रद्धा नमन -----
वरिष्ठ साहित्यकार विनोद चंद्र पाण्डेय'विनोद' को श्रद्धा नमन -----
तीन बार उ.प्र. हिन्दी संस्थान के निदेशक रह चुके वरिष्ठ साहित्यकार विनोद चंद्र पाण्डेय'विनोद' जो सदैव ही विनम्रता, शालीनता, उदारता,सहजता, सरलता और निश्छलता की मूर्ति थे , वीर सुभाष के अमर रचनाकार को गुरुवासरीय गोष्ठी , सुषमा प्रकाशन लखनऊ एअवं अगीत साहित्य परिषद् की और से श्रद्धा नमन |