...कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ...
जल शक्ति
आंसू में
अपार जल-शक्ति है;
इसीलिये,
क्रोध को भाप बनाकर
रूठे को मनाने की
असीम शक्ति है |
भावनायें
भावनाओं की गति चक्रीय है
वे लौट लौट कर आती हैं,
फिर फिर आपके आस-पास |
सदभावनाएँ ,
लौट कर आती हैं;
आपको आशाओं का प्रकाश दिखाती हैं |
दुर्भावनाएं भी लौट कर आती हैं ,
आपको हताशा, निराशा और-
आत्मग्लानि की राह पर लेजाती हैं ||