श्री ज्ञान चंद मर्मज्ञ जी ग़ज़ल प्रस्तुत करते हुए |
श्रीमती सुषमा गुप्ता की ग़ज़ल.... |
गज़लकार श्री नुसरत जी की ग़ज़ल---मंच पर अध्यक्ष इलियास राहत जी व विशिष्ट अतिथि डा श्याम गुप्त |
डा श्याम गुप्त , लखनऊ..काव्य-पाठ करते हुए |
अखिल भारतीय साहित्य साधक मंच, जे पी नगर, बेंगलूर , कर्नाटक के तत्वावधान में व कविवर श्री ज्ञान चंद 'मर्मज्ञ' के संयोजकत्व में, लायंस क्लब, जे पी नगर,फेज़-६, सरक्की के सभागार में माह के प्रत्येक अंतिम रविवार को होने वाला काव्य-समारोह दिनांक २९-५-१२ -रविवार को संपन्न हुआ । प्रथम सत्र में जनकवि नागार्जुन के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा संगोष्ठी हुई जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने जनकवि नागार्जुन व उनके साहित्य पर अपने विचार प्रकट किये । द्वितीय सत्र में "सर्व भाषा कवि-गोष्ठी व मुशायरा" संपन्न हुआ जिसमें विभिन्न भाषाओं के लगभग ५० से अधिक शायर -शायरा व कवि-कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया।
यहाँ यह उल्लेखनीय है कि श्री ज्ञान चंद 'मर्मज्ञ' जी वर्षों से बेंगलोर में हिन्दी की मशाल जलाए रखने के साथ-साथ ही इस मासिक गोष्ठी को 'सर्व-भाषा मुशायरा व काव्य गोष्ठी' का रूप देकर राष्ट्रीय भाषाई एकता की भी अलख जगाये हुए हैं । इस गोष्ठी में देश की किसी भी भाषा में कविता पढी जा सकती है । अंग्रेज़ी में भी काव्य-पाठ के द्वारा यह गोष्ठी अंतर्राष्ट्रीय भाषाई एकता का भी प्रतिनिधित्व करती प्रतीत
होती है।
होती है।