हम चाहते ही रह गये चा्हें नही उन्हें,
वो हाथ लेकर हाथ में कस्में दिला गये।
आंखों की राह आये वो दिल मेंसमा गये ,
कैसे बतायें कब मिले कब दिल में आगये ।
----मेरे विचारों की दुनियां -मेरे अपने विचार एवं उन पर मेरा स्वयं का व्याख्या-तत्व तथा उनका समयानुसार महत्व .... --My myriad thoughts, their personal interpretations and their relevance...http://shyamthot.blogspot.com
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