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१। क्यों न हो यह--उसे भी टाई खरीदने को एक्सट्रा पैसे चाहिए?
२.अपना काम कारने में क्या बुराई है, काम कोई या बुरा नहीं होता |
३. प्रारम्भ से चलेंगे तभी तो आगे बढ़ेंगे , जूते पालिस करके भी राष्ट्रपति बनते हैं , उचित ख्वाब दिखाइये , ऊंचे नहीं
४.आज कर्म करेंगे तभी तो कल बनेगा |
6 टिप्पणियां:
बिलकिल सही कहा आपने। इन प्रेरक पँक्तिओं के लिए धन्यवाद आज आपकी पुस्तक प्रेम -काव्य अभी अभी अभी मिली है बहुत बहुत धन्यवाद पढती हूँ। फिर बताती हूँ आपने मुझे इस काबिल समझा इस के लिये फिर से धन्यवाद कहना चाहूँगी। शुभकामनायें
प्रेरक तस्वीर! सच कहा आपने।
बहुत शार्टकट में अपनी बात कहने के चक्कर में कभी कभी कथ्य अधूरा भी रह जाता है।
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ये तो बहुत ही आसान पहेली है?
धरती का हर बाशिंदा महफ़ूज़ रहे, खुशहाल रहे।
bahut achhi tasvir
बहुत अच्छी तस्वीर है शायद आने वाले सुनहरे कल की
samjhne waale samajha gaye hain.
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