आशियाना कॉलोनी, लखनऊ में नव-रात्रि के अंतिम दिवस पर अशियाना महिला मंडल द्वारा आवाहन गीत ,कीर्तन एवं माँ के १०८ नामों से पुष्पार्पण ....
माँ का आवाहन गीत
परम-शक्ति माँ से बढकर तो, तीनलोक में कुछ भी नहीं,
अतुलनीय मां
महिमा तेरी, वर्णन की मेरी शक्ति नहीं ।
परम-ब्रह्म
के साथ युक्त हो, सृष्टि की रचना करती हो, ,
रक्षक,पालक
तुम हो जग की, जग को धारण करती हो।
ब्रह्मा, विष्णु, महेश
मां तेरी इच्छा से तन धारण करते,
महा-शक्ति
तेरी स्तुति की, जग में क्षमता-शक्ति नहीं।
----परम शक्ति मां……..
तुच्छ-बुद्धि
तुझ पराशक्ति के ओर-छोर को क्या जाने,
ममतामयी-
रूप तेरा ही, माता वह तो पहचाने ।
तेरे
नव-रूपों के भावों पर, अगाध श्रद्धा से भर ,
करें अनुसरण
और कीर्तन, इससे बढकर भक्ति नहीं ।
-----परम शक्ति मां……
माँ आगमन करो इस घर में, हम पूजन, गुण-गान
करें,
धूप, दीप,
नैवैध्य समर्पण कर, तेरा आह्वान करें ।
इन
नवरात्रों में मां आकर, हम सबका कल्याण करो,
धरें शीश
तेरे चरणों पर, इससे बढकर मुक्ति नहीं ॥
----परम शक्ति मां……
-रचयिता...डा. श्याम गुप्त, सुश्यानिदी, के-३४८, आशियाना, लखनऊ
पुष्पार्पण |
1 टिप्पणी:
इन नवरात्रों में मां आकर,हम सबका कल्याण करो,
बहुत सुंदर माँ का आवाहन गीत,,,
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