....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ..
भाग पञ्च--- विश्व की ऐसी ही जगहों का सचित्र वर्णन जहां कभी हिन्दू धर्म अपने
चरम पर हुआ करता था।----
.
हिन्दू इतिहास
----एक लाख वर्षों का हिन्दू धर्म का संक्षिप्त इतिहास ---अंतिम भाग --डा श्याम गुप्त
-==================================
१२.योरोप----समस्त योरप जम्बू द्वीप का ही
भाग था -----
-----रोसेलीन चर्च -स्कोटलेंड में मक्का
की पत्थर पर चित्र , भारतीय मक्का जो भारत से अन्यथा दुनिया भर में कहीं नहीं होती थी १४४० एडी ----
--- रोमन देवता-नेपच्यून की शिव से समानता----हाथ में त्रिशूल शिव का मूल स्वरुप है |
-----यह चित्र ग्रीस देश के
कारिंथ नगर के संग्रहालय में प्रदर्शित
है, यह भव्य भित्तिचित्र
..प्राचीन काल से ही कारिंथ कृष्ण-भक्ति का
केंद्र रहा है---
----- ये राम-सीता और लक्षमण के चित्र हैं जो इटली से मिले हैं.इसमें इन्हें वन जाते हुए दिखाया जा रहा है.सीता माँ के हाथ में शायद तुलसी का पौधा है क्योंकि हिंदु इस पौधे को अपने घर में लगाना बहुत ही शुभ मानते हैं.....
-------सात सिरों वाली देवी –मनसा देवी
---नागों की माता , वासुकी की बहन – १.भारत ---२.मेक्सिको ४. मनसा देवी - गर्भस्थ
शिशु की रक्षक की देवी भारत ..३.रूस में
--- --https://cogniarchae.wordpress.com/20...headed-figure/
------------------
.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें