डॉ. श्याम गुप्त आलेखमाला- श्रंखला
-३ .
स्त्री-पुरुष विमर्श - विविध
आलेख
प्रथम
संस्करण----
मूल्य
–100/-
सर्वाधिकार—लेखकाधीन
रचयिता--- डॉ. श्यामगुप्त, एम
बी बी एस ,
एम
एस,
हिंदी साहित्य विभूषण ,
साहित्याचार्य
सुश्यानिदी, के-३४८,
आशियाना कोलोनी,
लखनऊ-२२६०१२
मो-९४१५१५६४६, फ़ो.०५२२-२४२५४७५
ईमेल – drgupta04@gmail.com
मुखपृष्ठ
–डॉ.
श्यामगुप्त
प्रकाशक
व मुद्रक--- सुषमा प्रकाशन, आशियाना,
लखनऊ
-226012
Stree vimarsh—vividh alekh
Writer--- Dr Shyam Gupta
Sushyanidi, k-348, Ashiyana , Lucknow-226012 UP(India)
Mo.9415156464, Ph.0522-2425475
Email- drgupta04 @gmail.com
Blog-https//shyamthot.blogspot.com
Published by—Sushama prakashan , Ashiyana, lucknow –UP
(India) -22601
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स्त्री -पुरुष विमर्श गाथा
आलेख
क्रम
१.स्त्री -पुरुष विमर्श गाथा –एक एतिहासिक दृष्टि...
२.आखिर हम जाना कहाँ चाहते
हैं....
३.आधुनिकता और नारी उत्प्रीणन
४. ब्रह्मरूप-पुरुष–
उठो जागो बोध प्राप्त करो- इनसे कुछ नहीं होगा
५. कार्यरत पति-पत्नी और दाम्पत्य जीवन....
६. क्या वास्तव में स्त्री, पुरुष सत्ता से आज़ाद होना चाहती है..
७. नई सदी में नारी....
८. नर-नारी द्वंद्व व संतुलन,
समस्यायें व कठिनाइयाँ..
९. पुनर्मूषकोभव
१०.पुरुषत्व व स्त्रीत्व का प्राकृतिक-संतुलन
तथा आज
की स्थिति.....
११. पोलीगेमी या बहुविवाह प्रथा....
१२. भारतीय राजनीति
के आकाश में नारियों का योगदान
१३. भारतीय साहित्य में स्त्रीपुरुष के परस्पर व्यवहार का संतुलित रूप- ...
१४.महामानवों के निर्माण व सामाजिक श्रेष्ठता संवर्धन में नारी का योगदान
१५.रस, काम, उद्दीपन एवं बलात्कार
१६.विवाह पूर्व यौन संबंध में स्त्री विवेक के साथ पुरुष
विवेक भी आवश्यक है...
१७. विवाह व सहजीवन ...
१८.वैदिक युग में दाम्पत्य बंधन ....
१९. सहजीवन-- मानवता, विकास व संबंधों का आधार,सास बहू व परिजन...
२०. स्त्री -पुरुष सम्बंध पर विवेचना ---
२१. स्त्री-पुरूष भेद भाव एवं अत्याचार, नैतिकता, बल और बलवान व समाज.
२२.स्त्री-पुरुष संबंधों , अंतर्संबंधों, प्रेम, अधिकार व
कर्तव्यों की उचित व पुनर्व्याख्या है
राधा, कृष्ण
व गोपिकाओं की गाथा ....
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