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....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ...
क्या इसे ही कहते हैं ...चोरी और सीना जोरी ....देखिये और पढ़िए खुशवंत सिंह का यह वक्तव्य......असेम्बली कांड में भगत सिंह आदि के विरुद्ध गवाही देकर देश व भारतीयता के विरुद्ध व अंग्रेजों की सहायता करने वाले देश-द्रोही शोभा सिंह (खुशवंत सिंह के पिता ) की ....देश द्रोहिता को सच सिर्फ सच ....के परदे में छिपाकर अपराध से बचकर निकलना ......ऐसे देशद्रोही परिवार को क्यों भारत सरकार इतना प्रश्रय देरही है...क्यों ये पत्रिकाएं महत्त्व देते हैं......ऐसे परिवारों के न जाने कितने लोग आजसेक्यूलरों, पत्रकारों, साहित्यकारों व नेताओं के रूप में छुपे बैठे हैं??????
4 टिप्पणियां:
sir nice information . I was not aware about it.
यह तथ्य पता नहीं था।
ब्रिटिश साम्राज्यवादियों ने भारत से गद्दारी करने वालों को सर, राय बहादुर , खान बहादुर सहित सैकड़ों पदवियां बांटी.... भगत सिंह की फांसी दिलाने में अभियोजन पक्ष के दो प्रमुख गवाह शोभा सिंह तथा मेरठ के पास के सादीलाल थे जिनको ब्रिटिश साम्राज्यवादियों ने सर की उपाधि दी थी और तरह-तरह के कार्य इन लोगों के कहने से किये जिससे उस समय यह लोग लाखों रुपये कमाएं।..... सुप्रसिद्ध पत्रकार खुशवंत सिंह सर शोभा सिंह के पुत्र हैं और सर सादीलाल के वंशजों के पास शराब के कारखानों सहित अथाह सम्पदा है। ---
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