....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ...
जहां भी स्टाइल की बात होती है , पुरुषों को पूरे कपड़ों से लदा हुआ दिखाया जाता है परन्तु महिलाओं को सदैव अर्धनग्न वस्त्रों में ...क्यों .....
सचिन या अन्य किसी भी महिला-पुरुष का पैसे, ब्यापार, कमाई आदि हेतु प्रयोग ,विज्ञापन आदि ...क्या ह्यूमन ट्रेफिकिंग में नहीं आता , क्या ये महिला-पुरुष स्वयं के रूप, रंग ,शरीर को बेचने का कार्य नहीं करते .....
जहां भी स्टाइल की बात होती है , पुरुषों को पूरे कपड़ों से लदा हुआ दिखाया जाता है परन्तु महिलाओं को सदैव अर्धनग्न वस्त्रों में ...क्यों .....
क्या के बिक्री नहीं है |
क्या ये भी विक्रय नहीं है |
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