....कर्म की बाती,ज्ञान का घृत हो,प्रीति के दीप जलाओ...
पहली शर्त यह
थी की उन दोनों से उत्पन्न संतान उनके राज्य का उत्तराधिकारी नहीं होगा क्योंकि---
१.हेलेन एक विदेशी महिला है , भारत के पूर्वजो से उसका कोई नाता नहीं है| भारतीय संस्कृति से हेलेन पूर्णतः अनभिग्य है और....
२.हेलेन विदेशी शत्रुओ की बेटी है. उसकी निष्ठा कभी भारत के साथ नहीं हो सकती
३.हेलेन का बेटा विदेशी माँ का पुत्र होने के नाते उसके प्रभाव से कभी मुक्त नहीं हो पायेगा और भारतीय माटी, भारतीय लोगो के प्रति पूर्ण निष्ठावान नहीं हो पायेगा.
श्रीकृष्ण के बाद ,भारत ही नही विश्व भर में चाणक्य जैसा कूटनीतिक और नीतिकार राजनितिज्ञ आज तक दूसरा कोई नही पैदा हुआ |
सम्राट अशोक |
सम्राट चन्द्रगुप्त की विदेशी पत्नी हेलेना
यूनानी आक्रमणकारी सेल्यूकस चन्द्रगुप्त मौर्य से हार गया था उसकी सेना
बंदी बना ली गयी| तब उसने अपनी खूबसूरत बेटी हेलेना के विवाह का प्रस्ताव
चन्द्रगुप्त के पास भेजा | हेलेन बेहद
खुबसूरत थी | आचार्य चाणक्य ने उसका विवाह सम्राट
चन्द्रगुप्त से कराया| आचार्य ने विवाह से पहले हेलेन और चन्द्रगुप्त से
कुछ शर्ते रखी जिस पर उन दोनों का विवाह हुआ |
१.हेलेन एक विदेशी महिला है , भारत के पूर्वजो से उसका कोई नाता नहीं है| भारतीय संस्कृति से हेलेन पूर्णतः अनभिग्य है और....
२.हेलेन विदेशी शत्रुओ की बेटी है. उसकी निष्ठा कभी भारत के साथ नहीं हो सकती
३.हेलेन का बेटा विदेशी माँ का पुत्र होने के नाते उसके प्रभाव से कभी मुक्त नहीं हो पायेगा और भारतीय माटी, भारतीय लोगो के प्रति पूर्ण निष्ठावान नहीं हो पायेगा.
दूसरी शर्त - वह कभी भी चन्द्रगुप्त के राज्य कार्य में हस्तक्षेप नहीं
करेगी और राजनीति और प्रशासनिक अधिकार से पूर्णतया विरत रहेगी. परन्तु
गृहस्थ जीवन में हेलेन का पूर्ण अधिकार होगा |
3 टिप्पणियां:
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शुक्रवार 02 अक्टूबर 2015 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
बढ़िया जानकारी ...आजकल अशोक सीरियल बहुत अच्छा चल रहा है ...
बढ़िया जानकारी ...आजकल अशोक सीरियल बहुत अच्छा चल रहा है ...
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